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Tuesday, April 28, 2015

जी मि भय्या ना भुल्ला छौं

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                    जु आइ आइ ऐम अहमदाबाद मा नि सिखाये जांद -1 

                            जी मि भय्या ना भुल्ला छौं 
                      चबोड़्या मैनेजमेंट संस्मरण :::   भीष्म कुकरेती 

 हमर बगत विद्यार्थ्युं कुण सलाह आदि कुछ नि छे।  बस पोस्ट ग्रेजुएसन करणो सलाह ही सलाह छे।  मीन बि एमएससी इनि बॉटनी मा कार।  ना तो मकसद पता छौ ना ही मकसद कु रस्ता बस पोस्ट ग्रेजुएसन करण छौ स्यु कर दे।  किलै बॉटनी ले आज तक नी पता।  
खैर जब मि डीएवी कॉलेज मा छौ तो एक दगड्या उपाध्याय छौ जु एमए इकोनोमिक्स से करणु छौ। वु हम मा बुल्दु छौ ," इकोनोमिक्स की बड़ी डिमांड च।  बस कॉलेज से भैर औलु अर क्वी बि नौकरी दे दयालु। "
तो मी बि इनि सुचद छौ कि क्वी बि नौकरी दे दयालु। 
जब देहरादून आदि मा नौकरी दीण वळ  क्वी बि नि मील तो मि बम्बई (तब बॉम्बे छौ ) ऐ ग्यों। 
अर फिर शुरू ह्वे नौकरी की खोज।  छै मैना तो नौकरी का वास्ता प्रार्थना पत्र लिखण सिखण मा बीती गेन।  मि तै तो ना पर माँ बाप तै मेरी डिग्री पर जब संदेह हूण लग तो मीन कै बि तरां से इंटरव्यू का वास्ता कोशिस शुरू कार कि इंटरव्यू द्योलु तो ब्वे बाब तै मेरी डिग्री पर संदेह नि होलु।
एकॉन मि तै गुरु मंत्र बताइ बल दस जगा एप्लीकेसन भेजो तो एक जगा से इंटरव्यू का वास्ता लेटर आइ जालु अर दस इंटरव्यू का बाद एक जगा अप्वॉन्टमेंट लेटर मिल ही जालु। तो मीन अखबारुं मा जु बि जनि बि विज्ञापन ह्वावन ऊंकुण एप्लीकेसन भिजणशुरू कर दे। 
एक जगा बिटेन अंततः इंटरव्यू लेटर ऐ गे।  संस्था तै जूनियर क्लर्क की जरूरत छे तो मि क्लर्क का गुणों बारा मा एक किताब पढ़िक इंटरव्यू दीणो ग्यों। द्वी घंटा  बाद इंटरव्यू कुण भितर बुलाये गे। 
इंटरव्यू लीण वळ द्वी आदिम छया।  
एकॉन पूछ - तो आपक नाम भीष्मा चंद्रा कुकरेटी च ?
मि - जी ना।  भीष्म चन्द्र कुकरेती 
दुसर - तो आप तै ठीक से अंग्रेजी नि आदि ? अपण नाम बि ठीक से नि  लेख सकदा ?
मि - जी ! अंग्रेजी मा इन इ लिखण पोड़द। 
पैलु - आज का टाइम्स ऑफ इण्डिया की मेन न्यूज क्या च ?
मि -जी मीन आज टाइम्स इंडिया नि पौढ़। 
पैलु -हैं ? इंटरब्यू कुण ऐ अर टाइम्स नि पौढ़ ?
मि - जी मि 'अच्छे क्लर्क के गुण ' पढ़णु रौं तो टाइम्स पड़णो टैम नि मील। 
दुसर -व्हट नॉनसेंस ? क्या क्लर्क का बि गुण हूंदन क्या ?
पैल - क्लर्क तो एक सीधा साधा आदिम हूंद जु उथगा इ काम करद जथगा बॉस ब्वालो।  
दुसर -हाँ चंट चालाक अर दिमाग लगाण वळ त चपड़ासी हूंद। 
मि -जी मि तै अनुभव नी च। 
पैलु - अच्छा तो तुम भय्या हो ?
मि -जी नही। 
दुसर - अरे तुम भय्या नि छंवां ?
मि -जी ना। 
दुसर - तो फिर एप्लीकेसन मा झूठ किलै ल्याख ?
मि - जी एप्लीकेसन मा मीन नि ल्याख कि मि भय्या छौं। 
पैलु -व्हट नॉनसेंस ! तीन साफ़ साफ़ लिख्युं च कि तुम भय्या हो। 
मि - जी मीन जात मा कुकरेती , ब्राह्मण अर हिंदू लिख्युं च पर भय्या नी लिख्युं च। 
दुसर - नै नै मि राज्य याने पोविन्स की बात करणु छौं।  साफ़ साफ लिख्युं च कि तुम यूपी का छंवां।  लिख्युं च कि ना ?
मि -हाँ यूपी लिख्युं च। 
पैल - तो पान की दुकान या दूध की दुकान किलै नि खुल्दी ? 
दुसर - हाँ या चना या सब्जी दुकान में भी अच्छा पैसा है। 
मि -जी मी यूपी को अवश्य छौं पर मि भय्या नि छौं। 
दुसर -तो क्या छे ?
मि -जी मि भुला छौं। 
पैल - तुम यूपी के ही हो ना ?
मि - जी हाँ पर मै गढ़वाल कु छौं। 
दुसर -गढ़वाल ! यु क्या च ?
मि -जी हिमालय -
पैलु - औ  हिमाचल का छे ?
मि - जी ना हिमाचल तो अलग राज्य च। 
दुसर - टोटल कनफ्यूजन !
पैलु -एब्सॉल्यूट कनफ्यूजन। यूपी कु च अर भय्या नी च।  हिमालय कु च पर हिमाचल कु नी च। 
दुसर - यदि म्यार क्लर्क इन कनफ्यूज रालु या कनफ्यूज कारल तो चल गे कम्पनी। 
पैलु - वेल मिस्टर कुकरेटी या कुक्रेती अबि हमन पचास इंटरव्यू लीणन।  यदि क्वी नि मीलल तो हम आप तै बुलौला। 

[यु म्यार पैल इंटरव्यू छौ अर मीन दसेक किताब 'हाउ टु गिव इंटरव्यू ' पढ़िन पर कखिम बि नी लिख्युं कि इंटरव्यू मा इन प्रश्न पूछे जाल ] 

28 /4/15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India 
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
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