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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Wednesday, April 15, 2015

हरिद्वार , बिजनौर , सहारनपुर इतिहास संदर्भ में सम्राट बिन्दुसार मौर्य

Emperor Bindusara and History of Haridwar, Bijnor and Saharanpur

    
                हरिद्वार इतिहास ,  बिजनौर  इतिहास , सहारनपुर   इतिहास  संदर्भ में सम्राट बिन्दुसार मौर्य


                 Ancient  History of Haridwar, History Bijnor,  History Saharanpur  Part  -
99     

                       
    

                     हरिद्वार इतिहास ,  बिजनौर  इतिहास , सहारनपुर   इतिहास  -आदिकाल से सन 1947 तक-भाग -99                      

                                               इतिहास विद्यार्थी ::: भीष्म कुकरेती  
बिन्दुसार मौर्य (320 -272 BC ) चन्द्रगुप्त मौर्य का पुत्र था। जब या तो चन्द्रगुप्त ने शरीर त्याग दिया था या जैन धर्म अपना लिया ठान तो 297 /298 BC में बिन्दुसार मौर्य सिंघासन पर बैठा।  बिन्दुसार ने दक्षिण के कुछ राज्य जीते थे [मुखर्जी , चन्द्रगुप्त मौर्य ऐंड हिज टाइम्स ] । बिन्दुसार के दक्षिण में रुच देख या आमोद प्रमोद में होने से दूरस्थ राजाओं ने मौर्य साम्राज्य विरुद्ध विरोध किया।  ऐसा लगता है कि उत्तराखंड , हरिद्वार , बिजनौर व सहारनपुर के क्षत्रपों ने भी विरोध बिगुल बजाया था।  यही कारण है कि अशोक को तकक्षिला विरोध दमन के बाद मंदाकिनी के श्वस् या खस राजा  विद्रोह शांत करने आना पड़ा था [अग्रवाल , मार्कण्डेय पुराण का सांस्कृतिक अध्ययन ]  ।
        


 ** संदर्भ - ---
वैदिक इंडेक्स
डा शिव प्रसाद डबराल , उत्तराखंड  इतिहास - भाग -२
राहुल -ऋग्वेदिक आर्य
मजूमदार , पुसलकर , वैदिक एज 
घोषाल , स्टडीज इन इंडियन हिस्ट्री ऐंड कल्चर 
आर के पुर्थि , द एपिक सिवलीजिसन 
अग्रवाल , पाणिनि कालीन भारत
अग्निहोत्री , पंतजलि कालीन भारत 
अष्टाध्यायी 
दत्त व बाजपेइ  , उत्तर प्रदेश में बौद्ध धर्म का विकास 
महाभारत 
विभिन्न बौद्ध साहित्य 
जोशी , खस फेमिली लौ
भरत सिंह उपाध्याय , बुद्धकालीन भारतीय भूगोल 
रेज डेविड्स , बुद्धिष्ट इंडिया 

Copyright@
 Bhishma Kukreti  Mumbai, India 12/4/2015 
   History of Haridwar, Bijnor, Saharanpur  to be continued Part  --

 हरिद्वार,  बिजनौर , सहारनपुर का आदिकाल से सन 1947 तक इतिहास  to be continued -भाग -

      Emperor Bindusara &   Ancient History of Kankhal, Haridwar, Uttarakhand ; Emperor Bindusara &  Ancient History of Har ki Paidi Haridwar, Uttarakhand ;Emperor Bindusara & Ancient History of Jwalapur Haridwar, Uttarakhand ; Emperor Bindusara &Ancient  History of Telpura Haridwar, Uttarakhand ;Emperor Bindusara &  Ancient History of Sakrauda Haridwar, Uttarakhand ;  Emperor Bindusara & Ancient  History of Bhagwanpur Haridwar, Uttarakhand ; Emperor Bindusara &  Ancient   History of Roorkee, Haridwar, Uttarakhand ;Emperor Bindusara &   Ancient  History of Jhabarera Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient History of Manglaur Haridwar, Uttarakhand ;Emperor Bindusara &   Ancient History of Laksar; Haridwar, Uttarakhand ;  AncientHistory of Sultanpur,  Haridwar, Uttarakhand ;Emperor Bindusara &  Ancient  History of Pathri Haridwar, Uttarakhand ;    Ancient History of Landhaur Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient History of Bahdarabad, Uttarakhand ; Haridwar;   Emperor Bindusara &History of Narsan Haridwar, Uttarakhand ; Emperor Bindusara &  Ancient History of Bijnor;  Ancient  History of Nazibabad Bijnor Emperor Bindusara &   Ancient History of Saharanpur;Emperor Bindusara & Ancient  History of Nakur , Saharanpur;Emperor Bindusara & Ancient   History of Deoband, Saharanpur; Ancient  AncientHistory of Badhsharbaugh , Saharanpur;Emperor Bindusara &   Ancient Saharanpur History, Emperor Bindusara & Ancient Bijnor History;
कनखल , हरिद्वार का इतिहास ; तेलपुरा , हरिद्वार का इतिहास ; सकरौदा ,  हरिद्वार का इतिहास ; भगवानपुर , हरिद्वार का इतिहास ;रुड़की ,हरिद्वार का इतिहास ; झाब्रेरा हरिद्वार का इतिहास ; मंगलौर हरिद्वार का इतिहास ;लक्सर हरिद्वार का इतिहास ;सुल्तानपुर ,हरिद्वार का इतिहास ;पाथरी , हरिद्वार का इतिहास ; बहदराबाद , हरिद्वार का इतिहास ; लंढौर , हरिद्वार का इतिहास ;बिजनौर इतिहास; नगीना ,  बिजनौर इतिहास; नजीबाबाद , नूरपुर , बिजनौर इतिहास;सहारनपुर इतिहास 

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