उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Monday, May 26, 2014

नरेंद्र मोदी अर नवाज शरीफs मध्य क्या बातचीत होली ?

हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती      

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

भोळ  रात (२६/५ / २०१४ ) या पर्स्युं सुबेर हूण वाळ भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अर पाक वजीरे आजमौ बीच छ्वीं त लगल ही।  मि सुचणु थौ बल दुयुं बीच क्या बातचीत होली। 
नरेंद्र मोदी -स्वागत जी स्वागत !
नवाज शरीफ - मुबारिक ! मुबारिक !
नरेंद्र मोदी -तो शुरू करे जाव ?
नवाज शरीफ -जी शुरू करे जाये। 
नरेंद्र मोदी -तो पैल आप शुरू कारो। 
नवाज शरीफ -नै नै पैल आप शुरू कारो 
नरेंद्र मोदी -आप मेमान छन , पैल आप
नवाज शरीफ -आपन बुलै छौ तो आप बात शुरू कारो। 
नरेंद्र मोदी -नवाज जी हमम अधा घंटा इ च त जल्दी शुरू कारो। 
नवाज शरीफ -वी त रुण च कि इथगा देर तक हम इनि सुदि बैठिक क्या करला ?
नरेंद्र मोदी -भै हिन्दुस्तान -पाकिस्तान मुतालिक बात कारो।  चलो शुरू कारो।
नवाज शरीफ -तो कश्मीर को क्या ह्वाल ?
नरेंद्र मोदी -नवाज शरीफ जी मीन बातचीत शुरू करणो दरखास्त  कार अर तुमन  पाकिस्तानी तोता जन 'कश्मीर ', 'कश्मीर ' रटण  शुरू करि दे। 
नवाज शरीफ -कसम से ! जु मि कश्मीर की बात नि करुल तो पाकिस्तानी फौजन मि तैं देस निकाळा कौर दीण। 
नरेंद्र मोदी -पर तुम तैं बि पता च कि अधा घंटा मा हम क्या ब्रह्मा बि कश्मीर समाधान नि खोज सकुद।
नवाज शरीफ -हाँ मि तै बि पता च कि इन बातचीत मा थोड़ा देरौ कुण कश्मीर समस्या नि उठाण चयेंद पर क्या करूँ बगैर काश्मीरौ इस्यु उठायों मि ज़िंदा नि रै सकुद। 
नरेंद्र मोदी -मतबल बगैर काश्मीर समाधान का हम बातचीत शुरू बि नि कर सकदवां ?
नवाज शरीफ -बिलकुल ना।  
नरेंद्र मोदी -तो क्या करे जावु ?
नवाज शरीफ -अब तुम शुरू कारो बातचीत। 
नरेंद्र मोदी -तो पाकिस्तान तैं भारत मा आतंकवाद भिजण बंद करण चयेंद। 
नवाज शरीफ -ह्यां आतंकवाद खतम करण हि जि म्यार अधिकार मा हूंद तो मि कश्मीर की छ्वीं हि किलै उठांदु ?
नरेंद्र मोदी -तो आतंकवाद कैक जिम्मा च ?
नवाज शरीफ -कुज्याण पता नि कथगा फैक्ट्री छन धौं।  कबि आईएसआई , कबि फ़ौज , कबि रेडिकल ग्रुप , कबि फिनटिक ग्रुप  …… जैक मर्जी च आतंकवाद फैले सकुद 
नरेंद्र मोदी -पर जब तलक हिन्दुस्तान मा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद बंद नि ह्वाल मि बात शुरू नि कौर सकुद। 
नवाज शरीफ -अर सच्ची बुलणु छौं आतंकवाद बंद करण सरकार  जिम्मा नी च। 
नरेंद्र मोदी -फिर क्यांक बात ?
नवाज शरीफ -क्वी हैंक मसला  पर बातचीत शुरू कारो। 
नरेंद्र मोदी -अच्छा ! दाऊद इब्राहिम तै हिन्दुस्तान तै सुपुर्द कौरि द्यावो। 
नवाज शरीफ -किलै तुम मेरी दुखती रग पर हाथ धरणा छंवां ?
नरेंद्र मोदी -कनो क्या ह्वाइ ?
नवाज शरीफ -पाकिस्तान मा सेना अर आईएसआई का समिण सिविल सरकार की नि चलदी। 
नरेंद्र मोदी -तो फिर क्यां पर बात करे जाव ?
नवाज शरीफ -बिरयानी पर बातचीत ह्वे जाव। 
नरेंद्र मोदी -बिरयानी पर बातचीत ?
नवाज शरीफ -आपन अपण चुनाव मा बिरयानी इथगा फेमस कार कि हरेक पाकिस्तानी हिन्दोस्तानी बिरयानी खाणो इण्डिया आणो उत्सुक च , बेचैन च। 
नरेंद्र मोदी -हाँ पर वो  चुनावी लटका -झटका छौ। 
नवाज शरीफ -पर अब त हरेक पाकिस्तानी इन समझदो कि पाकिस्तानी प्राइम मिनिस्टर  केवल और केवल इंडियन बिरयानी खाणो हिन्दुस्तान जांद। बाइ द वे ! जीमण मा बिरयानी बणी च कि ना ?
नरेंद्र मोदी -अरे नवाज शरीफ जी मि अपण जनता तैं क्या जबाब देलु कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादौ क्या ह्वे ? दाऊद इब्राहिम  क्या ह्वे ? छबीस ग्यारा का अभियुक्तों क्या ह्वे ?
नवाज शरीफ -जन हमेशा से हूंद , ऊनि करला। 
नरेंद्र मोदी -क्या ?
नवाज शरीफ -अबै दै संबंध सुधारs   वास्ता चपड़ासी , अर्दली लेवल  पर भारत -पाकिस्तान की बातचीत की शुरू करे जाव। 
नरेंद्र मोदी -ठीक च।
नवाज शरीफ -मोदी जी अपण मूड ठीक कारो अर  चलो अब इंटरनेसनल -नेसनल प्रेस तैं हंसदा चेहरा दिखांदा 
नरेंद्र मोदी -मतबल मुखौटा की राजनीति शुरू करे जाव ?
नवाज शरीफ - हाँ।  बस यही म्यार बस मा च। 

Copyright@  Bhishma Kukreti  25/5/2014   
    

*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।  
Garhwali Humor in Garhwali Language, Himalayan Satire in Garhwali Language , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language , North Indian Spoof in Garhwali Language , Regional Language Lampoon in Garhwali Language , Ridicule in Garhwali Language  , Mockery in Garhwali Language, Send-up in Garhwali Language, Disdain in Garhwali Language,Hilarity in Garhwali Language, Cheerfulness in Garhwali Language
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  

No comments:

Post a Comment

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments