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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Wednesday, March 5, 2014

टॉमी डॉग अर माउस मा प्रतियोगिता

 चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती        

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

ब्याळि मीन कुछ नि ल्याख।  लिखण कनकै छौ में से म्यार टौमी डौग नराज ह्वे गै  छौ। बात इन ह्वे। 
टौमी डौग - मास्टर ,द्याखो! तुमर चाल चलन ठीक नि दिखेणा छन हां !
मि -हैं ! यीं उमर मा म्यार चाल चलन ठीक नि छन ! क्वी मेरि पुरणि प्रेमिका तै पता लगल त म्यार कु हाल ह्वे जाल !
टौमी -अचकाल त हर समय तुम अपण मूसौ दगड़ हि खिलणा रौंदा। 
मि -म्यार ड्यार क्वी मूस नी च हां।  मीन यांक वास्ता रोडेंट रिपेलेंट बि लगायुं च। 
टौमी -यदि तुमर ड्यार क्वी मूस नी च त हर समय कम्प्यूटर पर बैठिक माइ माउस , माइ माउस करिक क्या बुलणा रौंदा। 
मि -ओ ! आर यू  टाकिंग अबाउट दैट इंटरनेट माउस ? 
टौमी - हाँ मि तैई लुखुंदर   की बात करणु छौं।  अजकाल तुम तै पर ही चिपक्यां रौँदां अर म्यार तरफ ध्यान ही नि दींदा।  
मि -अरे यू ना त मूस च ना ही लखुंदर।  एक नाम माउस च। 
टौमी -हाँ तो माउस माने मूस या लखुंदर ही त हूंद।  जब बिटेन स्यु आयि तुम सब कुछ भूली गेवां
मि -ओहो अवश्य ही यु माउस च पर कै बि हिसाब से मूस या लखुंदर नी च। यु एक औजार च गैजेट च पर मूस नी  च। 
टौमी -झूट ! इथगा ही प्रेम च त रावो माउस का  दगड़ सरा जिंदगी ! मि तै क्या पड़ीं च ?
मि -अरे टॉमी ! यदि मि माउस से काम नि ल्योलु त मि कुछ बि नि लेख सकुद अर गूगल सर्च से त्यार बान नया नया डॉग फ़ूड बि नि खुजे सकुद। मि माउस छोड़िक त्यार दगड़ रौल त तेरी बकबास ही सुणल और क्या ? मि त त्यार दगड़ बचऴयांद बि छौ और लोग त अपण कुत्तों दगड़ बचऴयांद बि नि छन।     
टौमी - किलै कि मि तैं बात करणै तमीज च बाकी कुत्ता त रोड छाप बात करदन ! 
मि -कबि कबि मेरी बि इच्छा हूंद तू बि चुप रौंद त ठीक छौ। अब जरा चुप रौ मि तैं अपण माउस से काम लीण दे। 
टौमी -माउस , माउस अर माउस ! इन बतावो जब तुम अपण तै निर्भागी माउस का दगड़ दिन रात व्यस्त रौंदा त मीन क्या करण , मीन कैक दगड़ छ्वीं लगाण  ? रुबसी डॉग्याणि ले लईं हून्दी तुमारी  त मि वींकि दगड़ ले छ्वीं लगांदु। 
मि -अरे चिकेन बोन या लैम्ब बोन क दगड़ खेली लेदी। और डौग जन  अपण समय बीतन्दन ऊनि तू बि टाइम पास करि लेदी।  पर  म्यार माउस का पैथर नि पोड़। 
टौमी -यदि  पुस्सी  कैट बचीं हूंद ना तो स्यु माउस ये घौर त क्या बिल्डिंग मा बि नि घुस सकुद छौ।  साला माउस !
मि -अरे मीन ब्वाल नी कि यु माउस उन माउस नी च।  ये पर क्वी फरक नि पोड़द कि तू टौमी डॉग छे या पुस्सी कैट छे या टाकिंग पैरट । यु माउस एक निर्जीव गैजेट या यंत्र च बस। हाँ पर एक क्लिक कारो ना कि यु माउस गर गर दौड़न मिसे जांद।  ऐन एक्सेलेंट ! 
टौमी - आज तक तुमन मेखुण कबि एक्सेलेंट डॉग नि ब्वाल अर ब्याळै लयुं माउस तुमकुंण एक्सेलेंट ह्वे गे।  तुमन अपण जिंदगी मा कै जानवर की बड़ाई कार बि च त रेस का घ्वाड़ा प्रशंसा कार वू बि जब तुम रेस जीती गए ह्वेल्या।  
मि -ठीक च ! ठीक च ! जा कखिम पोड़ी जा अर  मि तैं माउस का दगड़ काम करण दे। 
टौमी -जावो जावो ! अपण माउस का दगड़ ख्यालो।  एक बात बतावदी जब स्यु निर्भागी मूस जन दिख्यांद बि नी च फिर बि तुम तैकुण माउस किलै बुलदवां। किलै ना तैकुण तुम डौग नि बुलदवां ? 
मि -यांक जबाब तो राफ बेंजामिन जैन 1946 मा बाल ट्रैकर बणै छौ या डगलस इंजेलबॉर्ट जैन 1963 मा पैल बार माउस प्रोटोटाइप बणै छौ ही दे सकदन। 
टौमी -तो ऊं से जबाब मांगो कि एक नाम माउस किलै धार अर डौग किलै नि धार ?
मि - ठीक च जब मि वै लोक जौलु त ऊं तैं पूछिक बताइ द्योलु। 


Copyright@ Bhishma Kukreti  5/3/2014 


*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।  
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