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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Sunday, August 25, 2013

स्कुलौ सिलेबस अर असलियत

 चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती  

 इख शहरम प्याज अब प्रागैतिहासिक चीज ह्वे ग्याइ अर इनि हाल राल त कुछ दिनुं मा इतियासौ किताबुं मा लिखे जालु बल कबि भारतीय प्याज बि खांद छा ।

सुन्दर काका ड्यार जायुं छ्यायि अर बौन कुछ ना कुछ भेजणि छौ जन चूड़ा -भट आदि । त मीन स्वाच बौ कुण बोलुं बल भट उट नि भिजण बलकणम द्वी चार दाणि प्याजक भेजि द्याओ ।

मि -समनैन बौ ! 
बौ -चिरंजी रौ !  ये कन बत्वार आइ तुम तिन्युं कुण ! ज्यु बुल्याणु च तुम तैं जिंदि खड्यार द्यूं !  
मि -हैं ! क्या बुनी छे ?
बौ -अरे तेकुण नि बुलणु छौं । यी तीन काल छन जो ! द्वी नाती अर एक नातण ! युंकुंण बुलणु छौं ।
मि -क्या कार तौन ? उज्याड़ खलैक ऐ गेन क्या ? 
बौ -उज्याड़ खलाणौ चिंता अब कख च ? उज्याड़ तब होंद जब खेती ह्वावो ! 
मि -त बच्चों तैं बीच दुफरा मा गाळी ? 
बौ -अरे तिनि स्कूल बिटेन अबि ऐन । आज यूंक छ्मै परीक्षा का  परिक्षा पत्र लेक ऐन।परीक्षा मा अंट-संट लेखिक ऐ गैन !
मि - हैं ! अंट संट ?
बौ -हाँ । सवाल छौ "प्रतिपक्ष राजनैतिक दल की भूमिका पर अपने विचार लिखें  "। त स्यु बड़ लेखिक ऐ ग्यायि " प्रतिपक्ष की केवल एक ही जुम्मेवारी होती है कि संसद ना चले और हमारे देश का प्रतिपक्ष यह भूमिका भली भाँती निभा रहा है ।"
मि -ल्याख त वैन सही च !
बौ - क्यांक सै ल्याख ! किताबुं सिलेबस मा त कुछ हौरि लिख्युं च ।
मि -हैंकान क्या कार ? 
बौ -प्रश्न छौ " भारत का राष्टीय खेल क्या है और  उसका हमारे देश में क्या महत्व है ?"
मि -त हैंक नातिक  जबाब क्या छौ ?
बौ -वैन लेखि दे "बल  हमारा राष्ट्रीय खेल इन्डियन प्रीमियर क्रिकेट लीग है ।जिसमें क्रिकेट के अतिरिक्त सट्टा (बेटिंग )   खेल भी साथ में खेला जाता है जिसमे जनता , लीग मालिक, फ़िल्मी हस्तियाँ और खिलाड़ी बड़े मनोयोग से भाग लेते हैं । 
मि - बात  त सै च !
बौ -ह्यां पण किताबुं सिलेबस मा त लिख्युं च बल हॉकी राष्ट्रीय खेल च ।
मि -अर नातणन क्या ल्याख ?   
बौ - प्रश्न छौ " संयुक्त परिवार के लक्षण बताइए " ।
मि -नातणन क्या जबाब दे ? 
बौ -वीं नर्भागणन लेखी दे कि पत्येक सयुंक्त परिवार मा एक बुडड़ि हूंद जैं तैं 'बा' बुलदन , एक  तीन बड़ा बच्चों की माँ होंदी ज्वा पन्दरा सोळा  से बड़ी नि दिख्यांदी । संयुक्त परिवार का प्रत्येक सदस्य एक दुसरौ पीठ पर छुर्रा भोंकण म लग्युं रौंद ।
मि -हैं ?
बौ -हाँ अर ईं निर्भागणन उदाहरण बि देंन। जथगा बि टीवी सीरियल चलणा छन वूंक उदाहरण देकि ईन सिद्ध कौरि  बल संयुक्त परिवार मा  हर समौ हल्दी घाटी की लड़ाई या महाभारत हि चलणु रौंद ।
मि -पण यी बात कखन लेखि यूं बच्चों न ?
बौ -टीवी देखिक अर क्या ! 
मि -ये मेरी ब्वे !
बौ -चुप रावो ! बिंडी उदाहरण देल्या त गुदुल फ़ोड़ि द्योल हाँ ! 
मि -क्या ह्वाइ ?
बौ -अरे गां का हौरि स्कुल्योंन क्या ल्याख वांक बात बथाणा छन ! 
मि -क्या हौर बच्चोंन बि इनि कुछ उत्तर दे ? 
बौ -हाँ इनि जन अजीब अजीब उत्तर !
मि -जन कि ?
बौ -जन कि सवाल छौ बल भारत मा प्रधान मंत्रीक  चुनाव कन हूंद त एकान लेखि दे बल कौंग्रेस का प्रधान मंत्री सोनिया गांधी क मर्जी से बणद अर बीजेपी क प्रधान मंत्री राष्ट्रिय स्वयं संघ निर्धारित करद अर बकै टॉस पद्धति से  !
मि -पण इखमा गलत क्या च ?
बौ -अरे पण किताबुं मा इन नि लिख्युं च । स्कूलूं सिलेबस को हिसाब अर असलियत मा अंतर हूंद अर बच्चों तैं असलियत छोड़ि सिलेबस का हिसाब से ही उत्तर दीण जरुरी च ।
मि -अब क्या करलि तू ?
बौ -जन हर दफां करदु अर क्या ! 
मि -क्या ?
बौ -मास्टरों तैं प्रति स्कुल्या हजार रूप्या देलु अर बच्चों मार्क्स ठीक करौलु ! 

अब जब  शिक्षा की गंध -बॉस की छ्वीं लगणि ह्वावो  त प्याज को छौंका मरणो तुक नि होंद अर मीन फोन काटी दे ।


Copyright@ Bhishma Kukreti 26/8/2013 



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