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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, August 23, 2012

कमरौ सामानौ दगड़ छ्वीं

गढ़वाली हास्य व्यंग्य साहित्य
                           कमरौ सामानौ दगड़ छ्वीं
                                   चबोड्या - भीष्म कुकरेती

                क्या छे आज मै तै इन दिखणि जन बुल्यां मी त्यार छेंइ नि छौं. हे ! कमरा याने म्यरो फ्लैट जब मीन त्वे खरीद छौ त तू इ म्यार बडी बडै करणु छौ. अर वैबरी त तू क्या सरा दुनिया मतबल म्यार परिवार, म्यार रिश्तेदार , म्यार दगड्या, औफ़िस का लोग बाग सबी मेरी दूर दृष्टी अर दूरगामी सोच का बारा मा कथगा जोर शोर से बडै करणा छया कि मीन सही निर्णय ठीक समौ पर ल्याई . अर आज तू अर इ सौब म्यार निर्णय कि तौहीन करणा छन ?
 
                 अर तू ! पाळी क पेंट! क्या छे मै तै बैरी जन दिखणि ? अरे जैदिन मीन त्वे तै यूँ पाळयूँ पर लिपवाई छयो विदिन त अहा लोक बुलणा छया कि क्या इंद्र धनुषी , वास्तु शास्त्र क हिसाब अर आनन्द प्राप्ति क हिसाब से रंग लगाई मीन! सर संसार वैबगत रंगीं ह्व़े ग्याई छौ अर अब तुम सौब लोग मै तै बेरंगी मनिख बताणा छंवां ?
 
             अर सि किचन अर बाथरूम कै दिन अफु तै दिखानो बान बगैर खुटक बि ड्र्वाइंग मा पौणु समणि ऐ जांदा छया. अर आज म्यार इ समणि बि मुक लुकाणा छन ? में से इन दूर हूणा छन जन बुल्यां मी क्वी कोढ़ी होऊं
 
            अर रर तू इथगा बड़ो टी.वी ? . जैदिन त्वे तै लै छौ त तुम सौब कमरा क सामान कन पुळे छया खुश ह्व़े छया कि अब तुम बड़ो स्क्रीन मा फूटबाल , क्रिक्यट मैच , एम्.टी.वी क गाणो मा अध् क्या पुरो जन नंगी मॉडल अर जनानी स्टार देखिल्या! याद च रे दिवालो फोटो ! तीन सूचना दे छौ कि पड़ोस्यूं घौरौ सामान सौब जळणा छन कि ऊंक मालिक बि इथगा बडू टी.वी. लान्दो त कन मजा से अंग्रेजी पिक्चर दिखदा! अर जब म्यार इख मेमान अर पड़ोसी इथगा बड़ो टी.वी. मा वर्ल्ड कप दिखणा ऐन त तुम सौबुन बोलि बल मालिक कि मेहरबानी से मेमान अर पड़ोस्यूं समणि हमारो बि मान सम्मान बढ़ी ग्याई .तुम वैबगता मै पर यानि अपण मालिक पर गर्व करणा छया. अर आज में से घीण करणा छंवां ?
 
            हाँ भै सोफा सेट! जब तू ए घौर मा ऐ छौ त घौर का सौब सामान ते मा बैठणो रगाबगी करणा छया. अर हरेक क्या स्या मैंगी तस्वीर बि सोफा मा बैठणो बान छौम्पा दौड़ करणि छे. अर आज स्या इ तस्वीर मै तै तून देणि च कि मै तै औकात मा रौण चयेंद!

किचन, बेड रूम, ड्र्वाइंग रूम, गेस्ट रूम आर बाथरूम का बनि बनि क म्युजिक सिस्टम ! तुमार क्या बुलण जब लै छयो त तुमारि ढौळ मा खुसी, आत्मीयता, उलार, उत्साह, चटपटोपन छौ अर आज तुम दूरदर्शन मा नेताओं कि अन्तेष्ठी वळ ढौळ मा गा ना छंवां ?

बेड रूम अर हौरी कमरों क गद्दा ख्न्तुड़ कैदिन तुम मा पौड़ो ना कि अनिंदो बीमार तै बि निंद ऐ जांदी छे अर आज तुमारो मखमली स्पर्ष कख ग्याई ? आज तुम किलै काण्ड पुड़ाणा छंवां ?
 
                कमरों क एंटीक अर साज सज्जा का /डिकोरेटिव सामानों ! ब्याळि तलक त जब बि क्वी म्यार ड़्यार आंदो छौ तुम सौब घमंड से उंचा ह्व़े जांदा छ्या. छक छक पौणु समणि आणो बान कूण्या कूण्या से अग्वाड़ी ऐ जांदा छ्या अर आज तुम सौब मेखुण बुलणा छंवां बल म्यार वजै से तुमारो मुंड झुकी ग्याई?

            अर जब सि समणि चौकम की दुई कार तुम तै अर मै तै देखिक कन मधुर संगीत मा हौर्न बजान्दी छयी .अर आज मर्युं आदिमौ खुणि बजाण वाळ धुन मा हौर्न बजाणि छन.
 
              अरे बस यायि बात च ना कि मीन लोकदिखाई क बान बैंक लोन से तुम तै खरीद छयो. फिर कौर कोशिस से बि वीं पगाळ तै मी नि बौडै सौकु अर आज बैंक वळ फ़्लैट पर कब्जा कुणि आणा छन अर सामान बिचण वाळ छन. तुम किलै दुखी हूणा छंवां ?तुमारो क्या च तुम तै त नया नया मालिक मील जालो . अरे म्यार बारा मा स्वाचो कि मि तुमारो बगैर कनि बेज्जती वळि जिन्दगी कटलु ?

Copyright@ Bhishma Kukreti , 24/8/2012

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