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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Friday, June 8, 2012

मुख्य मंत्री क निंद किलै हर्चीं च ?

एक राजनैतिक विषयी गढ़वळि कथा
 
 
 
                                                 मुख्य मंत्री क निंद किलै हर्चीं च ?
 
 
( राजनैतिक कहानी, कथा; एशियाई राजनैतिक कथा. कहानी ; दक्षिण एशियाई राजनैतिक कहानी कथा; सार्क देशीय राजनैतिक कहानी, कथा; भातीय उप महाद्वीपीयराजनैतिक कहानी, कथा; भारतीय भाषाई राजनैतिक कहानी, कथा; उत्तर भारतीय भाषाई राजनैतिक कहानी, कथा;हिमालयी भाषाई राजनैतिक कहानी, कथा; मध्य हिमालयी भाषाई राजनैतिक कहानी, कथा; उत्तराखंडी भाषाई राजनैतिक कहानी, कथा; कुमाउनी राजनैतिक कहानी, कथा; गढ़वाली राजनैतिक कहानी, कथा)
 
                                                       भीष्म कुकरेती
                   हालांकि मुख्य मंत्री अजय बहुखंडी  कि निंद एक बात पर सफाचट हर्ची च , सोची सोचिक परेशान छन कि यीं समस्या को निदान क्या च? पण अखबारों मा खबर छप्याणा छन बल उत्तराखंडौ मुख्यमंत्री अजय बहुखंडी जन मुख्यमंत्री राज्य तै मिलण भाग्य की बात च. सफल प्रशाशक का रूप मा वो पैलि प्रसिद्ध छन अर इमानदारी मा तक मामला मा त नरेंद्र सिंग नेगी जी न गीत वूं पर लोक गीत बि रची अर गाई जु गीत आज गढवाळ इ ना कुमाऊं क गौं गौं मा बि प्रसिद्ध हुयुं च . अखब़ारूं मा रोज लिख्याणु च बल नारायण दत्त तिवाड़ी बाद अजय बहुखंडी इ विकास पुरुष की खुर्सी हत्याला. राजनैतिक विद्वान् अर सम्पादक अखबार अर युगवाणी जन पत्रिकाओं मा लिखणा छन बल अजय बहुखंडी न आंदो आन्द अपण राजनैतिक परिपक्वता अर राजनैतिक कौशल को परिचय द्याई तबि त केन्द्रीय मंत्री गिरीश रावत का च्याला चांठी नेता बहुखंडी क यख रोज हाजरी बजांद नि थकदन, इन्नी जसपाल रावत 'महाराज' अर खड़क सिंग रावत बि अच्काल बहुखंडी कीर्तन या बहुखंडी आरती गाण मा लग्यां रौंदन. अर केन्द्रीय मंत्री गिरीश रावत त प्रेस मा जैक जैक बुलणा रौंदन बल अजय बहुखंडी अर मी त पिट्या-लुटिक भाई छंवां. हाँ ठीक बुल्दन राजनैतिक कौलुमनिस्ट अर राजनैतिक लिखवार. भै जब चुनाव रिजल्ट आई त गिरीश रावत, जशपाल महाराज अर खड़क सिंग तिनी चीफ मिनिस्टर कि कुर्सी हथियाणो बान इन भाग दौड़ करणा छया कि यूंकी रौन्का धौंकी मा मुख्यमंत्री कि कुर्सी कि दौड़ मा बहुखंडी को त कखी बि नाम निसाण तक नि छयो . फिर अचाणचक यूँ सब्यू न घोषणा करे कि प्रदेश हित अर पार्टी हित मा हम तिनी अजय बहुखंडी तै समर्थन दीन्दा. सरा राज मा चुकापुट ह्व़े गे अरे गाजा बाजा बजणा छया गिरीश रावत का चौक मा, मुशुकबाज बजणा छया जशपाल महराज का इलाका मा अर मांगळ लगणा छया खडक सिग क चौंतरा मा पण जैमाळा पोड़ अजय बहुखंडी क गौळउन्द. अर फिर अजय बहुखंडी को निर्णय कि गैरसैण मा विधान सभा सत्र बुलाये जालो की खबर से विरोधी पाल्टी क बगैर कुछ कर्याँ भतिया- भंत कौरी दे , चाणक्य अर पुरिया नैथाणी बि सोराग मा अजय बहुखंडी क रानीतिक पैंतराबाजी की बडे करणा होला. चर्चिल बि बुलणु ह्वाल - व्हट ए पोलिटिकल मैनुवरींग फ्रॉम ऐन इंडियन!
पण इख भितर त बहुखंडी का हाल बुरा छन जन बुल्यां - भैर नाचणि बादण अर भितर नी आलण . मुख्य मंत्री क पुटुकउन्द वीं बात समळीक / याद ऐकी च्याळ रौंदन पड़णा, निंद इ हर्चीं च. अर मुख्यमंत्री बि जाणदन बल यीं बीमारी , ईं बिथ्या क दवै ऊंका हाथ मा नी च . यीं बिथ्या क होंद इ अब ऊं तै राजनैतिक जीवन चलाण पोडल . भैर अर भितर मा अंतर कथगा हूंद हैं ?
               मुख्यमंत्री तै याद औन्द बल ओ पैलि बार चुनाव लड़ीन अर विधान सभा पोंछी गेन . चुनाव फैसला से विधान सभा मा पौंची गेन यौ इ काफी छौ. मंत्री पद की त उमेद इ नी छे पण कै पी एस यू क चेयरमैनशिप कि कोशिश मा बहुखंडी जी लग्यां छ्या. चुनाव रिजल्ट आणो पांच दिन ह्व़े गे छ्या पण तिर्गट जम्याँ छ्या कि मुख्यमंत्री वु ना त क्वी बि ना. हाई कमांड कि अकळाकंठ लगीं कि कु ? कु ? ..
इलेक्सन रिजल्टो दुसर दिन सुबेर फोन करीक गिरीश रावत पैथराक रस्ता से भितर ऐन अर भितर ऐका सोफा मा बैठी गेन. फिर बुलण मिसेन, बहुखंडी जी ! आप त समजदार छन. पार्टी अर राज्य हित का वास्ता खड़क सिंग जी बेकार इ ना पार्टी मा वो धोकाबाजी क बान प्रसिद्ध बि छन. जशपाल जी धोकाबाज त नी छन पण सब तै पता च कि राजकीय प्रशाशन अर निर्णय मा जशपाल जी भौत कमजोर छन. त आपकी क्या राय च ?
बहुखंडी जी न बात बिंगद ब्वाल, " जी ! आप की बात मा दम त छ."
गिरीश जीन अगने बात बढ़ाइ ,' आप टूरिज्म का बारा मा ग्यानी छन त गढवाल विकाश समीति जन विभाग की चेयरमैन शिप से आप गढ़वाल मा टूरिज्म विकास करी सकदन अर राज्य की भलाई करी सकदन ."
बहुखंडी जी बींगी गेन -समजी गेन बल चारा फिंक्याणु च .
बहुखंडी जी न सिरफ़ इन ब्वाल," जी आप ये मामला मा जादा अनुभवी छंवां."
गिरीश जीन भाव बढ़ाई,' अच्छा त जल विभाग की चेयरमैनशिप पक्की."
बहुखंडी जीक बुलण छौ, " उमेद त मंत्री पद की छे पण .. ."
गिरीश जीन ताबड़ तोड़ ब्वाल, ठीक च त उद्योग विभाग की चेयरमैनशिप.."
गिरीश जीन बहुखंडी जी क मुख मा लाली क्या द्याख कि गिरीश जीन ब्वाल, " त आप हाई कमांड को नुमाइंदा तै मेरो नाम सुजाई देला हाँ ! '
बहुखंडी जीन हामी भरी दे.
फिर दुफरा मा लंच टैम पर जशपाल जी ऐन अर सीदा सादा बुलण लगी गेन बल ' तुम तै टूरिज्म विभाग का अध्यक्ष पद अर तुमारि घरवळी तै पीड़ित नारी कोष्ट की उपाध्यक्षा पद. दिए जालो.
बहुखंडी जीन बि समर्थन दीणै भर्वस इ ना कसम बी खाइ देन । .
स्याम दै खड़क सिंग जी ऐन अर सीदा मंत्री पद की बात करण लगी गेन जब कि बहुखंडी जी जाणदा छ्या कि मंत्री पद इथगा सौंग नी छौ किलैकी मंत्री पद वै तै इ दिए जालो जैमा दुदु ना चर चर विधयक ह्वावन . बहुखंडी जीन खदक सिंग जी तै बि समर्थन को भरवस देइ द्याई.
वै दिन हाई कमांड कु नुमाइंदा अयाँ छ्या. बहुखंडी जीन सीदा ब्वाल कि मुख्यमंत्री जै तै बि बणाणा इ बणाइ द्याव पण म्यार अनुभव को ख़याल जरोर रख्याँ कि पी.एस.यू. की चेयरमैनशिप जरूर.
अर वै दिन इ रात मा बहुखंडी जी अपण भितर खंड मा आदतन द्वी पैग लगाणो बैठ्या छ्या. या द्वी पैग पीणो आदत भौत पुराणि च . उमदा से उमदा विदेशी शराब अर द्वी पैग ऑन द रौक एक घंटा मा. मिसेज बहुखंडी बि बैठी छे. मिसेज बहुखंडी न ब्वाल, " मिस्टर बहुखंडी व्हाई डोंट यू ट्राई फॉर मिनिस्टर शिप?"
बहुखंडी जीन ब्वाल, " डार्लिंग! इट इज नॉट सो इजी फॉर अ जूनियर एम्.एल.ए."
मिसेज बहुखंडी न बोली," बट व्हट इज रौंग इन ट्राइंग !"
अर फिर दुयुंक भौत देर तलक यीं बात पर छ्वीं लगीन कि कनै मिनिस्टर शिप मीली सकद. अर वै दिन बहुखंडी जीन विदेशी ब्रैंड शराब को तीन पैग ऑन द रौक पेन. फिर निर्णय ह्वेई कि यांको वास्ता बहुखंडी जी तै डिल्ली जाण पोडल अर अपणा आकाओं से मंत्री पद को जुगाड़ करण पोडल.
भौत साल पैल बहुखंडी जी आजौ केन्द्रीय मंत्री जब वो महाराष्ट्र राज्य कैबिनेट मा मंत्री छ्या त बहुखंडी जी का बॉस छ्या. यूँ केन्द्रीय मंत्री न बहुखंडी जी तै सलाह दे कि हाई कमांड तै मीलि ल्याओ.
हाई कमांड को खासम खास शकील अहमद जी से बात ह्व़े त अचाणचक एक घंटा बाद फोन आई कि हाई कमांड अबि मिलण चाणा छन . यू त एक आश्चर्य छौ बल जख मुख्य मंत्री अर मुख्य मंत्रियुं लाळसा वळो तै हाई कमांड को दर्शनों बान हफ्तों लगी जान्दन मी तै एकी घंटा मा स्वीकृति मीलि गे.
कथगा इ सेक्युरिटी इंतजाम पार करणो उपरान्त बहुखंडी जी हाई कमांड क रूम मा पोंछेंन , शकील अहमद वखि छ्या. परिचय आदि क उपरान्त शकील अहमद न पूछ,' भई बहुखंडी जी वो तुमारो प्रदेश मा मुख्य मंत्री ब्यूँरण (चुनण) भौती मुश्किल ह्व़े गे."
हाई कमांड चुप इ छ्या.
बहुखंडी जीन ब्वाल," जी "
"आपकी क्या राय च.?" शकील अहमद न पूछ
बहुखंडी जी क राय छे," जो भी हाई कमांड तय करि देला. मेरी व्यक्तिगत राय क्वी नि च "
शकील अहमद जी न ब्वाल, " उन सबि पार्टी का सदस्यों राय च बल मुख्यमंत्री प्रशाशनिक जुमेवारी समभाळ सौक, कडक अर फ्लेक्जिब्ल भी ह्वाओ, सब्युं तै याने ऑफिसरो तै दगड मा लेकी चलण जाणो, बेदाग़ छवि हो,जैक क्वी पाळी नि ह्वाओ, मतलब क्वी लौबी नि होऊ, पार्टी भक्त ह्वाओ.पर्सनल अम्बिसन ह्वाओ पण पार्टी से जादा ना. "
हाई कमांड न पूछ," छ क्वी ?"
बहुखंडी जें बोल," जी इन त सबी होला.."
शकील अहमद जी न बोल, ' कनो तुमम यि सबि गुण नी छन?"
बहुखंडी जीक प्रशासक अर डिप्लोमेटी दिमाग मा कुछ चमक आई., ' जी मी अर मुख्यमंत्री ?"
हाई कमांड न ब्वाल," डोन्ट यू वांट तो बिकम चीफ मिनिस्टर ?"
बहुखंडी जीन ब्वाल," जी पर्सनल अम्बिसन त छें च पण..."
शकील अहमद जीन बोल," सभी कार्यकारीणी वळु राय च कि तुम इ चीफ मिनिस्टर लैक छ्न्वां किलैकि तुम बिलकुल लामबंद नि छंवां अर तुम बेदाग़ बि छंवां."
हाई कमांड न ब्वाल,' त ठीक च शकील जी ! उत्तराखंड को मुख्य मंत्री बहुखंडी जी तै घोषित करै द्याओ. मी जाणु छौं . बकै बात तुम बहुखंडी जी तै समजै द्याओ. ' इन बोलिक हाई कमांड चली गेन.
शकील जीन ब्वाल,' अब आप को पैलो काम च गिरीश जी, जशपाल जी अर खड़क सिंग जी तै पटाणो काम आप इ कारो."
शकील जीन बहुखंडी जी तै तीन फाइल बि देन . दगड मा हिदायत दे कि द्वी दिन तलक चुप रैन . अर तिसर दिन अखबारों मा खबर आण चयेंद कि तुम बि मुख्यमंत्री क दौड़ मा शामिल ह्व़े गेवां.
शकील जी से मिलणो परांत बहुखंडी जीक समज मा नि आई कि यो अचाणचक क्या ह्व़े ग्याई. तेतीस विधायको मादे सबि घाग राजनीतिग्य छ्या बस बहुखंडी जी नया इ छ्या. फिर हाई कमांड तै क्या सूजी कि ..
तिसर दिन सबि अखबारों मा खबर छपी गे बल बहुखंडी इज इन चीफ मिनिस्ट शिप फ्रे . बहुखंडी भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल. चौबीस विधायकों का समर्थन का दवा !
सबसे पैलि फोन गिरीश जीक आई , " बहुखंडी जी ! भाई मेरे यदि मंत्री पद चाहिए तो बोलो पर यह क्या खबर छपवाते हो . मेरे पास पन्द्रा विधायक, जशपाल जी के पास, नौ विधायक, खड़क सिंग जी के पास सात विधायक, फिर आपके पास कहाँ से चौबीस विधायक आये. और सभी के विधायक कोठडियों में बन्द हैं ."
बहुखंडी जी न ब्वाल," केन्द्रीय मंत्री जी ! मी डिल्ली ऐ जौं आपसे बातचीत करणो"
गिरीश जीन ब्वाल," जी मी त देहरादून मा इ छौं. इन करो आप रेस्ट होंउस मा ना, ना सब तै पता चौल जाल. अच्छा मी इ आन्दु पण वुख बि... .ठीक च राजपुर रोड को एक रिजोर्ट च वुख ऐ जाओ " हालांकि बहुखंडी जी तै पता छौ कि गिरीश जी देहरादून मा इ छन.
रिजोर्ट मा गिरीश जी इन मीलेन जां बुल्या ब्व़े ससुराड़ बिटे अंयीं बेटी तै भिञट्याणि ह्वाऊ. फिर एक रूम मा दुयूं इनै उनै कि छ्वीं लगीन. गिरीश जीन उद्योग मंत्रालयों लोभ दे.
बहुखंडी जीन बोली," गिरीश जी आप डिल्ली इ ठीक नि छंवां? कख केन्द्रीय मंत्री अर कख छ्वटो प्रदेश .."
"मतलब तुम मै तै समर्थन नि दीणा छंवां ?" गिरीश जीन पूछ
बहुखंडी जीन उत्तर दे,' पर एक भारी समस्या खड़ी ह्व़े गे "
गिरीश जीन बोली,' सब समस्याओं क हल च . उद्योग मंत्रालय से बड़ो क्वी मंत्रालय नी च. तुम म्यार तरफ आई जांदा त मेरी पाळी मा सत्रा विधायक ह्व़े जान्दन . फिर क्वी बि .."
बहुखंडी जीन ब्वाल," समस्या, समर्थन दीणो नी च . बल्कण मा कुछ हौरी च "
" उप मुख्यमंत्री पद तो हाई कमांड तै कतै मंजूर नि ह्व़े सकुद ' गिरीश जीन निगोसियेसन कार
इथगा मा बहुखंडी जीन शकील जी क दियीं तीन फाईलूँ मादे एक फाइल गिरीश जी तै पकडै दे'
जन जन गिरीश जी फाइल का पन्ना पलटदा गेन तन तन गिरीश जीक मुख लाल हूंद गे . फाइल मा चार पन्ना अर एक फोटो की प्रतिलिपि छे.
गिरीश जीन अपण पंखी से इ अपण पसीना पूंछ .
अब गिरीश जीन पूछ," त तुम सचेकी मुख्यमंत्री क दावेदार छंवां ? "
बहुखंडी जीन क्वी जबाब ने दे
गिरीश जीन पूछ,' जु मी तुम तैं समर्थन नी द्यूं तो ?"
"कुछ ना मी यीं फाइल अर फ्लौपी टेप तै हाई कमांड तक पौंछे देलू" बहुखंडी जीन बर्फीली अवाज मा ब्वाल.
भौत देर तक चुप्पी राई .
फिर गिरीश जीन ब्वाल," द्याखो मी अर म्यार विधायक तुम तै समर्थन द्याला पण म्यार लोगूँ ख़याल करण तुमारो काम च हाँ!'
गिरीश जीन ब्वाल," अपण आदिमू खयाल करण मी जाणदो छौं."
द्वी शहर ऐ गेन अर इथगा देर मा कुजाण कथगा फोन जसपाल जीक ऐन धौं!
रस्ता मा बिटेन बहुखंडी जीन जशपाल जी कुणि फोन कार अर जरा धीरे से पण स्थिर ह्वेक जशपाल जी तै अपण ड्यार इ बुलाई दे.
इना उना की बात हूणि रैन . जशपाल जी कीमत बढ़ाणा रैन.
फिर जब बहुखंडी जीन जशपाल जी तै फाइल दिखाई त जशपाल जीन भौत देर मा उसासी लेक ब्वाल,' औ ! त अब तुमि मुख्यमंत्री बणन वळा छंवां ? जरा म्यार विधायकुं ख़याल हाँ ...."
खड़क सिंग जी तै फैल दिखाणै जरूरत इ नि पोड़ जब खड़क सिंग जी तै पता चौल कि गिरीश जी अर जशपाल जी बहुखंडी जी तै समर्थन दीणो राजी ह्व़े गेन त खड़क सिंग जी अफिक लैन मा ऐ गेन.
बड़ा लद झक से बहुखंडी जीन मुख्यमंत्री पद को शपथ ले. चूंकि बहुखंडी जी पार्टी क कै बि पाळी मा नि छ्या त तिनी धडा वळा यूँ तै अपणा समजणा छ्या.
अब जब पद सम्भाळणो तीन दिनों बाद हाई कमांड की सेवा मा गेन त अहमद जीन एक फाइल दिखे दे. फाइल ओपन हूण से जादा कुछ ना पण बहुखंडी जीक राजनैतिक जीवन तीन चार सालुं कुणि खतम ह्व़े जालो.
मुख्यमंत्री जीक क राजनैतिक जीवन की कुंजी वीं फाइल रूपी तोता मा च ज्वा हाई कमांड का पास च. बस तै दिन बिटेन मुख्यमंत्री की निंद हराम हुईं च .
Copyright@ Bhishma Kukreti , 8/6/2012
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