उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Monday, April 30, 2012

Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Shrimati Veena pani Joshi

Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Asian Poets; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by South Asian Poets; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by SAARC Country Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Indian sub continent Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Indian Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by North Indian Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Himalayan  Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Uttarakhandi  Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Kumauni  Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Garhwali  Poet;
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी कविता; शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी एशियाई कवि की कविता;
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी दक्षिण एशियाई कवि की कविता;शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी भारतीय कवि की कविता;
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी उत्तर भारतीय कवि की कविता;शराब व तम्बाकू , शराब व तम्बाकू ,
गुटखा विरोधी हिमालयी कवि की कविता,शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी हिमालयी कवि की कविता;
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी कुमाउनी कवि की कविता;शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी गढ़वाली कवि की कविता,
                          खुणकु दिदा
 
कवियित्री  : श्रीमती वीणा पाणी जोशी , देहरादून
 
दुकन्युं मा गुटखा ऐगि,  दारु पहाडै जवनी खैगि
काम कु करो फुंड गैने, थैली पेकि टुञड ह्वेने
लमडलु कु बगत ऐगि,  खुणकु दिदा निरसेगि
गोंठ गोरू बखरी नी छ, लैंदा को जुगाड़ खतम
सगोडि  लगुलि  नी छ, कुटळि  दथुडि  हरची गिनि  
कतरी पुंगड़ी इतरी ह्व़ेगि ,खुणकु दिदा निरसेगि
 
Copyright@ Shrimati Veena Pani Joshi, Dehradun
 
Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Asian Poets; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by South Asian Poets; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by SAARC Country Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Indian sub continent Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Indian Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by North Indian Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Himalayan  Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Uttarakhandi  Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Kumauni  Poet; Garhwali Song-Poetry against Alcoholism and Tobacco Chewing by Garhwali  Poet to be continued
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी कविता; शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी एशियाई कवि की कविता;  
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी दक्षिण एशियाई कवि की कविता;शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी भारतीय  कवि की कविता;
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी उत्तर भारतीय  कवि की कविता;शराब व तम्बाकू , शराब व तम्बाकू ,
गुटखा विरोधी हिमालयी  कवि की कविता,शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी हिमालयी  कवि की कविता;
शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी कुमाउनी  कवि की कविता;शराब व तम्बाकू , गुटखा विरोधी गढ़वाली कवि की कविता, to be continued ....

Chhaya Mantra: A Garhwali Folk Rite for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil spirit-Evil Eye from Women

छाया मंत्र

Notes on Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; Asian Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; South Asian   Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; SAARC Countries Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; Indian sub continent Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;   Indian  Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  North Indian Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Himalayan Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Mid-Himalayan Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Kumauni Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Garhwali Folk Rite for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women
भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, एशिया में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, दक्षिण एसिया me prachlit भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, सार्क देशीय भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, भारतीय उप महाद्वीप में प्रचलित प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, भारत में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, उत्तर भारत में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, हिमालय में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, मध्य हिमालय में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, उत्तराखंड में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, ग्रामीण उत्तराखंड में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, कुमाऊं में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, गढ़वाल में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र - लेखमाला
                                                   Bhishma Kukreti

            In Garhwal , in the old time and even today, when a future teller forecasts that a particular woman is affected by evil-eye; evil spirit; devilish fairy, unsatisfied soul;  devil spirit; the family members call a Mantrik or Tantric  who tell the date of ritual performance and performs  the Mantrik rituals on the decided day. Usually the Auns or no moon day is always auspicious for such Mantrik-Tantric performances. There are stages for ritual performances if a woman is affected by evil-eye; evil spirit; devilish fairy, unsatisfied soul; devil spirit (chhayaa- छाया). First stage is to chant Doodh fool, then Chhaya performance, then Dariyavali and at last the Nagjhdi tantric performance.
  The following Chhaya mantra is in Garhwali language and as common the mantra is Nathpanth Mantra. Since, the mantra is in Garhwali language or with more of Garhwali words that shows either mantra is adapted or is of later time. There is mention of Dariyawali (Sayings of Dariya saint) saint in the rite.    
                        छाया मंत्र


Chhaya Mantra: A Garhwali Folk Rite for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil spirit-Evil Eye from Women


(पैलि दूध -फूल को मंत्र पुरु करण तब ये से ऐथ्रो मंत्र या )
धक छन सुपारी का छन, फूल की छया छन, जागा रै बैणयो, बाराह बगीचा छन, गुणदेरी से ल़ो सिंतराज, रातों मखमल, सदाबासी गुलाब का फूल फुल्दा छन, ये बैणयो बाकड़ी छन, पहली लंका, दुसरी लंका भयी कौन, हिड्म्बी राक्षस भयो, हिडम्बी राक्षस को हौल्या राक्षस भयो, ढडबा राक्षस भयो, तै राक्षस की सात कन्या भयी, पहली हाल, दूजी बयाल, तीजी बदली नमो आदेस, ऊंका दाटू जनमण भयो, अंड फोड़ा डंड काष्ट फूटो, बगोट फूटो धुंवा धुंवा उपजी, कुयेड़ी उपजी, कुयेड़ी उपजी बदली-बदली उपजी गै, मेघ-मेघ उपजी, डौकी डौकी सौकी सौकी उप्जयौ, पिता दसोग्री रावण भयो, माता मंदोदरी भई, भाई इन्द्रजीत , काका कुम्भकरण, बाडो बिभीषण भाई, इन्द्रजीत का बारह फलाले फूल्दी छन, धक दान में क्यौ लेगा, बिजौरे रिमी जिमी केला, गोदावरी सत्ता सितराज, चौती सितला, पांचो सितला, आठों अठोला चलो, बैठ्यो ब्रह्मा का छैल जौंला, अनसो लिंयून्ला, उर्भ पंडित की पोथी, कुर्म पंडित की पोथी, अचक ऋषि की कन्या जन्मी औला, सीता की तोड़ा पत्ती पत्ती पाँच कन्या जन्मी बैणी, तौकी चेली कौन कौन जन्मी , राई केला जाई केला,दूध केला मौत माला, जिनमाला , धर्ममाला, जौलमाला, फूलमाला, पर्वतमाला, मेरी बैणयो मै तुमारो भाई , चलो बैणयों, सात समुन्दर बास करला, पाँच रत्न को घर बणोला, तालाब सी मच्छी छन, गोलक की गोपी छन, स्वर्ग की अप्रि छन, चलो रे बैणयों गिरी समुद्र चली, रत्नागिरी समुदर चली, निर समुदर चलि, दूध मऊ समुंदर चलि , फेणि समुन्दर चलि, तौं समुन्दर कौन कौन मच्छी छन, सेतु मच्छ छन, स्याह मच्छ छन, जतन मच्छ छन, बाल मच्छ छन, ब्रह्म मच्छ छन, विष्णु रें बैणयों की चौण (यह खण्ड भतार दरिया से लिया गया है), ये तो बैणयों महादेव की ऊन सवदते उठी सुणो, सुणो बैणयों नाग लोग जम लोग , उर्भ नाग की पोथी , कुर्म नाग की पोथी, शेषनाग की पोथी, फूलमाला की कन्या जन्मी , इंद्र माला बेलमती धना देहि हिल पिगोला जसो दाई, सुन्दर दासी, सुन्दरमती रामदासी थारेदासी चरनदासी , इन्द्र्दासी जागा बैणी तू मेरी बैणी, मी तुमारा भाई, मेरा पशु की बार विथ्या, छतीस रोग सात समुन्दर पार लिज्यी चला बैणियों, इंद्र का तख्त मा होई जौला, मंदार को बासो लियूंला, झां फूल को फुलाले छन थान ह्वेई जौंला, जन्हा बाढ़ सनकी मोरली बाजदी, थान जावा जंहा महादेव का पौखाज बाजद छन, जंहा गुरु गोरखनाथ जी मेख नाथ बाज्दा जावा . कुंकू डालि का छैला जावो, नौ नाथ का अखाड़ा जावा, गुरु का शब्द जावा, काली का चक्र चली , बारह विथ्याओं को नी ली जयी,छातासों को नी ली जयी, केर ताली , नर्क पड़ी ( क्रीं ह्रीं , क्रीं, क्रां रंगत काली का ) हजार वार जाप अकरने पर यह मंत्र सिद्ध हो जाता है.



Mantra from Garhwal source: Dr Nandkishor Dhoundiyal, Dr. Manorama Dhoundiyal Garhwali Lokmantra (ek Sanklan)
Himadri Prakashan, Kotdwara
Collected by
Sandeep ishtwal, Isodi, Mavalsyun, Pgarhwal,
DhairyaRam Baudai , Bharpoor, Sabali, P Garhwal
Girish Chandra Dabral, Dabar, Dabralsyun, P.Garhwal
Keshvanand Maindola, Sidhpur, Rikhnikhal, P Garhwal
Ghuttaram Jagri, Bilkot, Nanindandaa, P Garhwal
Dharma Nand Jakhmola’s collection (Jaspur, Dhangu, Garhwal) 
Abodh Bandhu Bahuguna, (gad matyeki Ganga, Kaunli Kiran, Shailvani)
Dr Vishnu Datt Kukreti (village-Barsudi, Langur, Garhwal) Gorakhpanth
Copyright@ Bhishma Kukreti

Notes on Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; Asian Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; South Asian   Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; SAARC Countries Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women; Indian sub continent Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;   Indian  Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  North Indian Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Himalayan Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Mid-Himalayan Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Kumauni Folk Rites for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women;  Garhwali Folk Rite for Driving off Devil Spirit or Casting off Evil Spirit- Evil Eye from Women to be continued…..
भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, एशिया में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, दक्षिण एसिया me prchlit भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, सार्क देशीय भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, भारतीय उप महाद्वीप में प्रचलित प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, भारत में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, उत्तर भारत में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, हिमालय में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, मध्य हिमालय में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, उत्तराखंड में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, ग्रामीण उत्तराखंड में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, कुमाऊं में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र, गढ़वाल में प्रचलित भूत-पिशाच, दुष्ट परी-छाया स्त्रियों पर बुरी नजर भगाने हेतु मंत्र - लेखमाला जारी .....,